मन तो क्या,मन के बहानों से परेशान हैं? – 30 दिन में अपने मन पर पूरा कंट्रोल पाएं |
ज़िंदगी का सबसे बड़ा युद्ध अक्सर किसी और से नहीं, बल्कि अपने मन से होता है। मन वही है जो हमें ख्वाब दिखाता है, लेकिन वही हमें आराम, टालमटोल और आदतों की जंजीरों में भी बाँध देता है। सुबह 5 बजे उठने का मन बनाते हैं, लेकिन अलार्म बजते ही मन कहता है – “5 मिनट और सो लो” । डाइट शुरू करने का इरादा करते हैं, लेकिन मन कहता है – “आज तो चीट डे कर लो” । किताब पढ़ने बैठते हैं, और मन फुसलाता है – “चलो पहले थोड़ी इंस्टाग्राम स्क्रॉल कर लो” । सच ये है कि अगर हम मन के गुलाम बने रहेंगे, तो हमारी ज़िंदगी मन के मूड पर चलेगी, हमारे गोल्स पर नहीं। लेकिन अगर हम मन के बाप बन गए, तो ये वही मन हमारे आदेशों पर चलेगा। 1. मन को समझना जरूरी क्यों है? मन को जीतना तभी संभव है जब हम पहले उसे समझें । मन का काम: आपको कम से कम ऊर्जा में ज़्यादा आराम देना। दिमाग का लिम्बिक सिस्टम: यह प्राचीन हिस्सा हमें तुरंत सुख देने वाले कामों की ओर धकेलता है। समस्या: यही हिस्सा हमें लंबे समय के फ़ायदे वाले कठिन कामों से बचने के लिए बहाने बनाता है। पढ़ाई करने के बजाय सोशल मीडिया वर्कआउट करने के बजाय Netfl...